वंचित बहुजन युवा आघाडी ने मराठवाडा, वाशिम, हिंगोली, अकोला, अमरावती आदी ठिकाणाहून बौध्द अनुयायांना बुद्ध गयेला जाण्यासाठी रेल्वे उपलब्ध करून देण्याची मागणी केंद्रीय रेल मंत्री श्री. अश्विनी वैष्णव यांना केली आहे. मागणी मान्य न झाल्यास रेल रोको करण्याचा इशाराही देण्यात आला आहे.
हिंदूंसाठी ज्योतिर्लिंग वाराणसी, इलाहाबाद, जैनांसाठी भगवान पार्श्वनाथ यांचे जन्मस्थळ आणि चर्मकार/मोची समाजासाठी संत रविदास यांचे जन्मस्थळ हे वाराणसी येथे आहे. या लाखो भाविकांना आजघडीला रेल्वे उपलब्ध नाही. त्यामुळे वंचित बहुजन युवा आघाडी कडून रेल्वे मंत्र्यांना काही मागण्या करण्यात आल्या आहेत. खालील प्रमाणे निवेदन रेल्वे मंत्र्यांना देण्यात आले आहे.
प्रति,
श्री. अश्विनी वैष्णव,
केंद्रीय कैबिनेट रेल मंत्री,
मुख्यालय, रेल भवन,
भारत सरकार, नई दिल्ली.
श्री रावसाहेब दानवे जी
केंद्रीय रेल राज्यमंत्री
भारत सरकार, नई दिल्ली.
विषय:-
१. पटना-पुर्णा (१७६०९-१०) को अमरावती या भुसावल तक करने की मांग।
२. कोल्हापुर-धनबाद रेल गाडी को हफते में एक बार अकोला मार्ग से चलाये।
३. अकोट से अकोला पॅसेंजर ट्रेन यात्रा सुविधा तत्काल रुपसे शूरु करवायी जाये।
४.जालना-गोरखपुर रेल गाडी को औरगांबाद-गोरखपुर कर इसे हिंगोली मार्ग से चलाया जाऐ।
५. दमरे व्दारा प्रस्तावित सिकंदराबाद-हिंगोली-गोरखपुर रेल गाडी को तत्काल वाराणसी-बुध्द गया मार्ग से आरंभ किया जाऐ।
मान्यवर,
वंचित बहूजन युवा आघाडी महाराष्ट्र प्रदेश द्वारा हम यह मांग करते है की,
मराठवाडा सहीत हिंगोली, वाशिम, अकोला और अमरावती सें लाखो की तादाद में शांती धर्म के प्रतीक बुध्द धर्म के अनुयायी बसते है। जिनका प्रमुख धार्मिक स्थल बिहार में बुध्द गया स्थित है। लेकीन अब तक हिंगोली, वसमत, वाशिम, अकोला, अमरावती आदी जिलो का सीधा रेल संपर्क बुध्द गया से नही है। वहीं इस क्षेत्र में ही बसने वाले लाखो हिंदु धर्मीयो का ज्योर्तिलिंग वाराणसी, ईलाहाबाद, जैन समाजीयो के परमपुजनिय भगवान पार्श्वनाथ की जन्मस्थली तथा चर्मकार/ मोची समाज के संत रविदास महाराज की जन्मस्थली भी वाराणसी में है। लेकीन इन लाखो भाविको को वाराणसी, प्रयागराज जाने के लिऐ सीधी रेल गाडी सेवा उपलब्ध नही है। पिछले दस वर्षो से बुध्द गया, वाराणसी रेल गाडी की मांग कर अनेक आंदोलन किऐ है, हमेशा ही रेल गाडी चलाने का आश्वाासन दिया।मात्र उसकी आपुर्ती नही की गई, जिस प्रकार तिरुपती, अजमेर आदी धार्मिक स्थल के लिऐ रेल गाडी चलाई जाती है, उसी प्रकार लाखो बुध्द अनुयायीयो के लिये वाराणसी, बुध्द गया, सारनाथ रेल गाडी की हमारी मांग है।
महोदय आपके प्रयासो से आरंभ हो रही जालना-गोरखपुर रेल गाडी को औरगांबाद से आरंभ कर इसे औरंगाबाद-जालना-हिंगोली-अकोला होकर गोरखपुर चलाने से लाखो उत्तर भारतीयो और बौध्द धर्मीयो का फायदा होगा। साथ ही पुर्णा में ४ दिन खडे रहने वाली पटना-पुर्णा १७६०९-१० रेल गाडी को अमरावती या भुसावल करने पर भी उत्तर भारत के लिऐ रेल गाडी हासील हो सकती है। कोल्हापुर-धनबाद रेल गाडी को भी हफते में एक बार अकोला मार्ग से चलाये, दक्षीण मध्य रेल व्दारा रेल्वे बोर्ड को भेजे गऐ सिकंदराबाद-गोरखपुर रेल गाडी को भी व्हाया प्रयागराज-वाराणसी रुट से होकर तत्काल आरंभ किया जाऐ, ताकी बुध्द गया के लिये रेल गाडीयां उपलब्ध हो सके।
अकोला से अकोट के लिये जानेवाला गांधीग्राम ब्रीज पुराना होकर टूट की कगार पर है, जिसके कारण विगत दो दिनो से अकोला अकोट तथा मध्य प्रदेश जानेवले यात्री खासकर किसान, छात्र छात्राये, व्यापारी तथा आम नागरिक बेहद परेशान है, अकोला से अकोट तक का रेलमार्ग बनकर तयार है, उसका ट्रायल रन भी हो चुका है लेकीन रेल प्रशासन इस पर अपना रवैय्या बदलणे को तय्यार नही, इस संजीदा विषय को समझते हुये अकोला से अकोट के लिये पॅसेंजर/ मेमो ट्रेने संचालित होना बेहद् जरुरी है।इस विषय पर तत्काल प्रभाव से अकोला से अकोट के लिये पॅसेंजर/ मेमो ट्रेने शूरु की जाये यह यह भी मांग हम वंचित बहुजन युवा आघाडी की और से कर रहे है.
इसके पुर्व भी अनेक बार ज्ञापन दिये गये है, लेकीन रेल विभाग ने इन मांगो को गंभीरता से नही लिया है, अत: आप जनभावना का आदर कर यह हमारी मांगो के अनुसार रेल गाडी आंरभ करावाई जाये। वरना महाराष्ट्र के अलग अलग रेल्वे स्टेशन पर वंचित युवा आघाडी प्रदेश अध्यक्ष निलेश विश्वकर्मा इनकी आगुवाई में रेल रोको आंदोलन करने पर बाध्य होना पडेगा।
राजेंद्र पातोडे
प्रदेश महासचिव
पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष तथा निरीक्षक अमित भुईगळ,
राज्य कार्यकारणी सद्स्य
शमीभा पाटील,
अक्षय बनसोडे,
चेतन गांगुर्डे,
विश्वजित कांबळे,
ऋषिकेश नांगरे,
विशाल गवळी,
सूचित गायकवाड,
अमन धांगे,
अफरोज मुल्ला,
विनय भांगे,
अमोल लांडगे
वंचित बहूजन युवा आघाडी
महाराष्ट्र प्रदेश.
प्रतिलीपी –
१. जनरल मेनेजर, दमरे, सिकंदराबाद.
२. विभागीय रेल आयुक्त, नांदेड रेल डिवीजन,